छतरपुर। शहर में साइबर अपराध की एक बड़ी वारदात का खुलासा हुआ है, जिसमें एक महिला को अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ठगी का शिकार बनाया गया। पीडि़ता ने कुछ दिन पहले कोतवाली पुलिस से शिकायत की थी कि अज्ञात युवकों द्वारा पुलिस बनकर उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उससे करीब 1.86 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों के माध्यम से वसूले गए हैं।
इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक अगम जैन के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। जांच के दौरान पुलिस झांसी जिले के कटेरा निवासी रनमत यादव को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 1.5 लाख रुपये नकद, तीन मोबाइल फोन तथा अन्य डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए हैं।
छतरपुर सीएसपी अमन मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर एक संगठित साइबर ठगी गिरोह चला रहा था। यह गिरोह विभिन्न लोगों को पुलिस बनकर फोन कॉल कर उन्हें डराने-धमकाने की रणनीति अपनाता था। ये लोग अक्सर फर्जी ऑर्डर, गलत क्लिक, और निजी वीडियो के नाम पर लोगों को मानसिक दबाव में डालकर उनसे मोटी रकम ऐंठते थे। पीडि़ता को भी इसी तरह धमकाकर अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए गए थे। पुलिस अब उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
साइबर सुरक्षा को लेकर पुलिस की अपील
मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा समय-समय पर साइबर जागरूकता अभियान चलाया जाता रहा है, फिर भी आम नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है। पुलिस ने अपील की है कि यदि किसी भी प्रकार से कोई व्यक्ति आपको मानसिक रूप से परेशान करे या वीडियो/ऑडियो के जरिए ब्लैकमेल करने की कोशिश करे, तो तुरंत इसकी सूचना नजदीकी थाने में दें। साथ ही, किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और संदिग्ध कॉल्स से सतर्क रहें।