छतरपुर। अनुविभागीय अधिकारी छतरपुर कार्यालय में पदस्थ तहसीलदार रंजना यादव के विरोध में तहसील के सभी अधिवक्ता लामबंद हो गए हैं। अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने बताया कि तहसीलदार रंजना यादव जब से छतरपुर तहसील में पदस्थ हुई है नियमों को ताक पर रखकर कार्यों को लगातार कर रही हैं। सागर कमिश्रर के द्वारा डिप्टी कमिश्रर भेजकर तहसीलदार रंजना यादव के कार्यालय में रिकार्ड जब्त किए गए लगभग 60 से 70 मामले डिप्टी कमिश्रर अपने साथ ले गए। इन मामलों में तहसीलदार रंजना यादव को दोषी पाया गया। अधिवक्ता बीबी गुप्ता ने बताया कि तहसीलदार अपनी मनमाने आदेश जारी कर रही हैं। बिना गवाह और बिना साक्ष्य के निर्णय कर रही हैं। यदि तहसीलदार को नहीं हटाया गया तो अधिवक्ता लगातार क्रमिक अनशन करते रहेंगे। फिलहाल इस संबंध में अधिवक्ताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा है। फिलहाल छतरपुर तहसील में अधिवक्ताओं के एक साथ जुटकर तहसीलदार के खिलाफ तत्काल हटाए जाने की मांग रखी है। अधिवक्ता संघ का जहां मंच था वहां अधिवक्ताओं का रात के बैनर गायब हो गया है। जिसकी शिकायत सिटी कोतवाली में अधिवक्ताओं के द्वारा की गई है। मजेदार बात ये है कि पुलिस कप्तान का बंगला तहसील कार्यालय के ठीक सामने है। बैनर चोरी होने की चर्चा आज पूरे दिन तहसील में चलती रही।