नि:संतान दंपत्तियों को संतान सुख देने के लिए लगाया गया ​शिविर बंसल हॉस्पिटल ने हम फाउंडेशन के सहयोग से किया आयोजन

 


छतरपुर। नि:संतान दंपत्तियों को संतान सुख देने के उद्देश्यों को लेकर बंसल हॉस्पिटल के द्वारा छतरपुर में हम फाउंडेशन के सहयोग से एक शिविर का आयोजन रविवार को केयर इंग्लिश स्कूल परिसर में किया गया। बंसल हॉस्पिटल का यह जिले में चौथा शिविर था जिसमे मध्य क्षेत्र की प्रसिद्ध निःसंतानता विशेषज्ञ डॉ प्रिया भावे चित्तावार ने संतान की उम्मीद लेकर आए दंपत्तियों से मिलकर आईवीएफ तकनीक से आंगन में किलकारी लाने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

हम फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष प्रवीण गुप्त ने बताया कि संस्था के सहयोग और तत्वावधान में ये दूसरा शिविर है। पहले शिविर की सफलता और व्यवस्थाओं को देखते हुए बंसल हॉस्पिटल और डॉक्टर प्रिया भावे की टीम ने दोबारा हम फाउंडेशन के साथ शिविर करने का निर्णय लिया। यह शिविर महोबा रोड स्थित केयर इंग्लिश स्कूल में आयोजित किया गया था। शिविर में कई ऐसे दंपत्ति भी आए थे जिन्हे बंसल हॉस्पिटल भोपाल और डॉक्टर प्रिया के सहयोग से संतान की प्राप्ति हुई थी।उन्होंने मंच से धन्यवाद करते हुए माता पिता के बाद डॉक्टर प्रिया भावे को मानते हुए उनकी सफलता की दुआएं की।


वहीं डॉक्टर प्रिया भावे ने बताया कि शिविर से जुड़कर अभी तक लगभग 100 से ज्यादा लोग संतान प्राप्ति कर चुके हैं। इस मौके पर अतिथि के रूप में केयर ग्रुप ऑफ एजुकेशन की संरक्षक सुषमा दोसाज, जीएसटी अधिकारी प्रहलाद सिंह दांगी, केयर इंगलिश स्‍कूल की डायरेक्‍टर रुपल दोसाज उपस्थित रहीं। वहीं फाउंडेशन की ओर से जिलाध्‍यक्ष प्रवीण गुप्‍त, जिला महिला सहभागिता प्रमुख अर्चना कठल, जिला सचिव एडवोकेट संतोष गुप्‍ता, शिविर संयोजक अरुण राय, डॉ जगन्‍नाथ मिश्रा, महिला शाखा सचिव रीना रूसिया, नीरजा खरे, अध्‍यक्ष रूबी टिकरया, संध्‍यारानी खरे, रवि नीखरा, नीरज कठिल, डॉ स्‍वतंंत शर्मा, रामनरेश शुक्‍ला, पंकज पहरिया, शिवकुमार ताम्रकार, अजय अग्रवाल ने अतिथियों का शॉल श्रीफल द्वारा सम्मान किया। कार्यक्रम का सफल संचालन बॉलीवुड सिंगर रीतेश मिश्रा ने किया।

Comments

Popular posts from this blog

डंडे से मारकर छतरपुर के पूर्व विधायक अलोक चतुर्वेदी को साधु ने मंदिर से बाहर निकाला

छतरपुर कलेक्टर को भोपाल मानव अधिकार आयोग ने किया उचित कार्यवाही करने का नोटस जारी

फिल्मी तर्ज पर अपराधियों पर शिकंजा कसने में जुटे एसडीओपी चंचलेश मरकाम